प्रयागराज अयोध्या विवाद पर योगगुरु बाबा रामदेव ने बड़ा बयान दिया है। प्रयागराज पहुंचे बाबा रामदेव ने कहा है कि मजहब से बड़े अपने पूर्वज हैं, इसलिए अपने पूर्वजों को सम्मान देने के लिए देश के सभी मुसलमानों को एक साथ खड़े होकर राम मंदिर का समर्थन करना चाहिए। बाबा रामदेव ने देश के मुसलमानों से अपील की है कि हमारे मजहब अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारे पूर्वज एक ही हैं। उन्होंने कहा है कि हमारे पूर्वज राम हैं, कृष्ण हैं, शिव हैं और गौतम, पतंजलि जैसे कई ऋषि मुनि हैं । बाबा रामदेव ने कहा है कि भगवान राम हमारी आस्था और अस्मिता हैं, हमारे पूर्वज और हमारे आराध्य भी हैं । भगवान राम हमारे देश और संस्कृति की आन-बान-शान और स्वाभिमान हैं । उन्होंने कहा है कि भगवान राम का मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या पाकिस्तान और मक्का मदीना में बनेगा ।
सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद की चल रही नियमित सुनवाई को लेकर बाबा रामदेव ने कहा है कि ये सिविल सूट का या जमीन मुद्दा नहीं है बल्कि जमीर का मुद्दा है। इसलिए राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट को भी जल्द फैसला सुनाना चाहिए। उन्होंने अयोध्या विवाद जल्द सुलझाने के लिए मध्यस्थता की किसी भी संभावना से इंकार करते हुए कहा है कि पहले ही बहुत देर हो चुकी है। इसलिए अब पंचायतों से ये मामला कतई सुलझने वाला नहीं है और इस मामले को सुप्रीम कोर्ट को ही हल करना चाहिए। योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि राम मंदिर बनना ही चाहिए और बनकर भी रहेगा। उन्होंने कहा है कि यदि कोर्ट का फैसला आने में देरी होती है तो ये देश का दुर्भाग्य होगा। वहीं जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने को लेकर बाबा रामदेव ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जमकर तारीफ की है । उन्होंने कहा है कि सरदार पटेल के बाद देश में दृढ़ राजनीतिक इच्छा शक्ति और साहस पहली बार पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी में देखने को मिली है । उन्होंने कहा है कि धारा 370 समाप्त कर पीएम मोदी और अमित शाह ने देश को एकता और अखण्डता का इतिहास दिया है । बाबा रामदेव ने कहा है कि पीओके और अक्साई चिन का लक्ष्य भी अब अगले चरण में पूरा होगा । उन्होंने कहा है कि कश्मीर से धारा 370 हटाकर एक ऐतिहासिक भूल को ठीक करने का काम केन्द्र की सरकार ने किया है ।